बूढ़े होते माँ-बाप को देखना बड़ा पीड़ादायक होता है !

बूढ़े होते माँ-बाप को देखना बड़ा पीड़ादायक होता है !

 

बूढ़े होते माँ-बाप को देखना बड़ा पीड़ादायक होता है !

बूढ़े होते माँ-बाप को देखना बड़ा पीड़ादायक होता है !

ग्रंथो में अनंत आसमान से प्रतीत होनेवाले सारे शास्त्रवचन खत्म होती लहर जैसे लगने लगते है !

उनके बदन पे बढती झुर्रियां मेरे सिने में घुटन बढ़ा देती है !

उनके आंखों की कम होती रोशनी मेंरे आंखों के सामने अँधेरा परोस देती है !

उनको कम सुनाई देना मेरे लफ्जो को रोक देता है !

उनके लड़खड़ाते कदम मेरी आगे बढ़ने के शक्ति को खत्म कर देते है !

उनकी मासुमसी हँसी इस पीड़ादायक सफर में आगे बढ़ने को मजबूर कर देती है !

Ganesh K Avasthi
Blog Admin

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