रिश्तो से मिलने वाली खुशियों में हम प्रकृती के एक नियम को हमेशा भूल जाते है !

रिश्तो से मिलने वाली खुशियों में हम प्रकृती के एक नियम को हमेशा भूल जाते है !


रिश्तो से मिलने वाली खुशिया !

rishte shayri

रिश्तो से मिलने वाली खुशियों में
हम प्रकृती के एक नियम को 
हमेशा भूल जाते है !
जिन रिश्तो से जितनी 
खुशिया बटोरोगे,
उन्ही रिश्तो से कई गुना 
सुकून खोना ही पड़ेगा !

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