हमदर्दी की चाहत !

हमदर्दी की चाहत !


हमदर्दी शायरी


हमदर्दी की चाहत आपको हमदर्दों की भिडसे मिलाही देगी !

इसी भिडसे कोई खुदगर्ज़ आपके नये दर्द की वजह बनेगा !

नया दर्द नये हमदर्द की तलाश में निकल पड़ेगा !

हमदर्दी की अंतहीन चाहत आपके अंतहीन दर्द की वजह है !

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