तुम्हे मुबारक हो तुम्हारी शोहरत, हैसियत और रूतबा !

तुम्हे मुबारक हो तुम्हारी शोहरत, हैसियत और रूतबा !

मुबारक शायरी

तुम्हे मुबारक हो तुम्हारी  शोहरत, हैसियत और रूतबा !

 मेरे लिए इनकी अहमियत चंद पलो की उम्र लेकर

 उठनेवाले लहर से ज्यादा नहीं ! 

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