मेरे दिल में उठी हर लहेर अगर नज्म बनती !

मेरे दिल में उठी हर लहेर अगर नज्म बनती !


#गणेश_अवस्थी #नाशिक #Ganesh_Avasthi #Nashik

मेरे दिल में उठी हर लहेर 

अगर नज्म बनती,

तो यकींन मानिये,

मेरी कलमने  

अफसानो से भरा

समंदर लिख दिया होता !



२३-४-२०२२
१.२५ रात्र 
#गणेश_अवस्थी #नाशिक 
#Ganesh_Avasthi #Nashik

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